बिहार भारत का एक ऐसा राज्य है, जिसकी जड़ें हजारों साल पुराने इतिहास में गहराई से जुड़ी हुई हैं। यह राज्य न सिर्फ सांस्कृतिक और धार्मिक नजरो से महत्वपूर्ण है, बल्कि भारत की राजनीति, शिक्षा और सामाजिक व्यवस्था में भी इसकी अहम भूमिका रही है। बिहार से कई ऐसी बातें जुड़ी हुई हैं, जो लोगों को चौंका देती हैं।
चाहे बात दुनिया के सबसे प्राचीन विश्वविद्यालय की हो या देश के पहले राष्ट्रपति की, बिहार का हर पहलू अपने आप में अनोखा है। इस पोस्ट में हम बिहार से जुड़े कुछ अद्भुत Facts पर रोशनी डालेंगे, जो इसे भारत के बाकी राज्यों से अलग बनाते हैं।
शिक्षा का प्राचीन केंद्र रहा है बिहार
बिहार को शिक्षा का गढ़ कहा जाए तो कोई नहीं होगी। यहां दुनिया की सबसे पहली और सबसे बड़ी विश्वविद्यालयों में से एक नालंदा विश्वविद्यालय स्थित था, जिसकी स्थापना 5वीं शताब्दी में हुई थी। यह विश्वविद्यालय लगभग 10,000 छात्रों और 2,000 शिक्षकों से भरा रहता था.

जहां भारत ही नहीं बल्कि तिब्बत, चीन, कोरिया और इंडोनेशिया जैसे देशों से भी छात्र पढ़ने आते थे। इसके अलावा विक्रमशिला विश्वविद्यालय भी एक प्रसिद्ध शिक्षा का केंद्र था, जहां बौद्ध दर्शन और अन्य विषयों की अच्छी लेवल की शिक्षा दी जाती थी। आज भी बिहार शिक्षा क्षेत्र में खुद को लगातार मजबूत कर रहा है।
राजनीति में हमेशा आगे रहा है बिहार
भारतीय राजनीति की बात की जाए तो बिहार का नाम सबसे ऊपर आता है। देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद इसी भूमि के पुत्र थे। इसके अलावा जयप्रकाश नारायण जैसे नेताओं ने भी बिहार से ही भारत के लोकतंत्र को एक नई दिशा दी थी। बिहार से निकले हुए कई नेताओं ने राष्ट्रीय राजनीति में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आज भी यह राज्य राजनीति में अच्छी भागीदारी निभा रहा है, और यहां की राजनीति पूरे देश को प्रभावित करने की ताकत रखती है। चुनावों के समय पूरे देश की नजर बिहार की राजनीति पर टिकी होती है।
बिहार की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत
बिहार की सांस्कृतिक पहचान बहुत ही अच्छी रही है। यह राज्य बौद्ध धर्म का प्रमुख केंद्र रहा है और बोधगया में भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था। बौद्ध धर्म की जन्म और विस्तार में बिहार का योगदान अनोखा है। इसके अलावा जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्म भी बिहार में हुआ था।
यहां की छठ पूजा एक प्रमुख पर्व है, जो न केवल राज्य में बल्कि देश-विदेश में भी प्रसिद्ध है। बिहार का लोकगीत, नृत्य और परंपराएं भारतीय संस्कृति की गहराई को दर्शाती हैं। मिथिला पेंटिंग भी इसी राज्य की देन है, जो आज पूरी दुनिया में सराही जाती है।
भूगोल और कृषि में भी बिहार का योगदान
बिहार का भूगोल भी काफी खास है। यह राज्य गंगा नदी के किनारे बसा है, जो इसे उपजाऊ भूमि प्रदान करती है। कृषि बिहार की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और यहां गेंहू, धान, मक्का, गन्ना, आलू जैसी फसलें बड़े पैमाने पर होती हैं। बिहार भारत के सबसे बड़े सब्जी उत्पादक राज्यों में गिना जाता है।
इसके अलावा यहां लीची और मखाना का उत्पादन भी बहुत ज्यादा होता है। दरभंगा, मुजफ्फरपुर और पूर्णिया जैसे जिले कृषि के क्षेत्र में आगे हैं। यहां के किसान अब तकनीकी तरीके से खेती करके अच्छी आमदनी भी कर रहे हैं, जिससे राज्य की आर्थिक स्थिति बेहतर हो रही है।
बिहार की जनसंख्या और भाषा
बिहार भारत के सबसे अधिक जनसंख्या वाले राज्यों में से एक है। यहां की जनसंख्या लगभग 13 करोड़ के आसपास है और यह जनसंख्या देश की युवा शक्ति का बड़ा हिस्सा है। बिहार की प्रमुख भाषाएं हिंदी, भोजपुरी, मैथिली, मगही और अंगिका हैं। मैथिली को भारत की संविधान की आठवीं अनुसूची में भी शामिल किया गया है।
यह भाषाई विविधता राज्य की सांस्कृतिक विविधता को भी दर्शाती है। यहां के लोग मेहनती, प्रतिभाशाली और तेजस्वी होते हैं, जो देश के हर कोने में अपनी पहचान बनाते हैं। बिहार से हर साल लाखों लोग देश के दूसरे हिस्सों में नौकरी और व्यवसाय के लिए जाते हैं।
बिहार में यात्रा की भरपूर संभावनाएं
बिहार यात्रा के दृष्टिकोण से भी काफी समृद्ध है। बोधगया, राजगीर, नालंदा, वैशाली, पावापुरी जैसे स्थल न केवल धार्मिक महत्व के हैं बल्कि ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी बहुत खास हैं। हर साल लाखों विदेशी सैलानी यहां यात्रा के लिए आते हैं। बोधगया में बौद्ध धर्म के लिए महाबोधि मंदिर सबसे प्रमुख तीर्थस्थल है। राजगीर की पहाड़ियों और गर्म पानी के कुंड भी यात्रा को अट्रैक्टिव करते हैं। इसके अलावा पटना में गोलघर, पाटलिपुत्र संग्रहालय और गुरु गोविंद सिंह जी का जन्मस्थान तख्त श्री हरमंदिर साहिब भी दर्शनीय स्थल हैं।
बिहार एक ऐसा राज्य है जिसकी महानता उसके ऐतिहासिक, धार्मिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक योगदान से स्पष्ट झलकती है। यहां के लोग न केवल अपनी संस्कृति से जुड़े हुए हैं बल्कि देश की प्रगति में भी बराबर भागीदार हैं। बिहार से जुड़ी अनेक ऐसी बातें हैं जो इसे विशेष बनाती हैं और देश के अन्य हिस्सों से अलग पहचान देती हैं।
यह राज्य भले ही चुनौतियों का सामना करता रहा हो, लेकिन यहां की ऊर्जा, प्रतिभा इसे हर बार आगे बढ़ने की ताकत देती है। आज बिहार एक बार फिर शिक्षा, संस्कृति और विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है, जो इसके उज्ज्वल भविष्य की कहानी कहता है।